गौरी सावंत:एक अनोखी मां (An Incredible Mother) “खुदी को कर बुलंद इतना की हर तक़दीर से पहले खुदा बन्दे से खुद पूछे की तेरी राजा की है। “ —आलम इक़बाल समाज का आईना (Mirror of society): आलम इक़बाल साहब ने सही कहा है कि अगर तुम कुछ करने का ठान (firm decision)लो तो हर मंजिल आसान हो जाती है। सुनने में तो “आसान ” शब्द बहुत अच्छा लगता है ,लेकिन इसके पाने के लिए एक इंसान अपनी पूरी जिंदगी झोक देता है । जी हां आज हम ऐसे ही इंसान कि बात करेंगे जो हमारे समाज के द्वारा यानी हमारे द्वारा बहिष्कृत हो जाता है और हम उनके पास जाने से भी कतराते है।उनका जीवन सिर्फ घूम घूम के खाना ,पीना में ही रह जाता है। वे समाज से अलग रहते है। क्या बीतता है एक मा बाप पे जब उनका बच्चा कुछ घंटो के लिए बिना बताए गायब हों जाता है।पूरा परिवार उठ खड़ा होता …